NCERT Revision Notes for जलाते चलो पाठ Class 6 Hindi
CBSE NCERT Revision Notes1
कभी तो धरा का अँधेरा मिटेगा ।
भले शक्ति विज्ञान में है निहित
वह कि जिससे अमावस बने पूर्णिमा-सी,
मगर विश्व पर आज क्यों दिवस ही में
घरी आ रही है अमावस निशा-सी।
Answer
कवि कहते हैं कि अगर हम प्रेम से भरे दीपक जलाते रहेंगे, तो एक दिन अंधकार का अंत जरूर होगा। कवि यहां विज्ञान की शक्ति का भी जिक्र करते हैं, जो अमावस्या जैसी अंधेरी रात को भी पूर्णिमा की तरह चमकदार बना सकती है। लेकिन कवि आश्चर्य करते हैं कि आज के समय में, जब दिन में भी उजाला होना चाहिए, वहां अमावस्या जैसी अंधेरी निशा क्यों छा रही है। यह अंधेरा समाज में प्रेम और स्नेह की कमी के कारण हो सकता है।2
बुझाओ इन्हें, यों न पथ मिल सकेगा।।
जला दीप पहला तुम्हीं ने तिमिर की
चुनौती प्रथम बार स्वीकार की थी,
तिमिर की सरित पार करने तुम्हीं ने
बना दीप की नाव तैयार की थी।
Answer
कवि कहते हैं कि बिना प्रेम के जो दीपक जल रहे हैं, उन्हें बुझा देना चाहिए, क्योंकि वे रास्ता नहीं दिखा पाएंगे। कवि याद दिलाते हैं कि जब पहली बार अंधकार ने चुनौती दी थी, तो तुमने पहला दीप जलाकर उसे स्वीकार किया था और अंधकार को पार करने के लिए दीप की नाव बनाई थी। यह नाव उस समय से ही हमारे लिए रास्ता दिखाती रही है।3
कभी तो तिमिर का किनारा मिलेगा।
युगों से तुम्हीं ने तिमिर की शिला पर
दिये अनगिनत है निरंतर जलाए,
समय साक्षी है कि जलते हुए दीप
अनगिन तुम्हारे पवन ने बुझाए।
मगर बुझ स्वयं ज्योति जो दे गए वे
उसी से तिमिर को उजेला मिलेगा।
Answer
कवि हमें लगातार प्रयास करने के लिए प्रेरित करते हैं, चाहे मुश्किलें कितनी भी हों। वे कहते हैं कि जब तुम दीप की नाव को लगातार बहाते रहोगे, तो एक दिन अंधकार का किनारा (अंत) जरूर मिलेगा। युगों से तुमने अंधकार की कठिनाइयों पर अनगिनत दीप जलाए हैं, और समय गवाह है कि भले ही कई दीपक बुझ गए हों, लेकिन जो दीपक जलते रहे, उन्होंने अंधकार को उजाला दिया है।4
चली आ रही और चलती रहेगी,
जली जो प्रथम बार लौ दीप की
स्वर्ण-सी जल रही और जलती रहेगी।
रहेगा धरा पर दिया एक भी यदि
कभी तो निशा को सवेरा मिलेगा।
Answer
आखिर में, कवि बताते हैं कि दीपक और तूफान की यह कहानी हमेशा से चली आ रही है और चलती रहेगी। जो दीप पहली बार जला था, वह सोने जैसा चमकदार था और हमेशा जलता रहेगा। अगर धरती पर एक भी दीप जलता रहेगा, तो निशा (रात) को एक दिन सवेरा (सुबह) जरूर मिलेगा। इसका मतलब है कि अंधकार (मुश्किल समय) का अंत होगा और उजाला (अच्छा समय) आएगा।5
Answer
दीये का मतलब
• कविता में “दीये” को आशा और उम्मीद का प्रतीक माना गया है।
• दीये जलाने का मतलब है कि हमें हमेशा सकारात्मक रहना चाहिए और हार नहीं माननी चाहिए।
अंधकार का मतलब
• “अंधकार” का मतलब है निराशा और जीवन में आने वाली कठिनाइयाँ।
• कवि कहता है कि अगर हम दीये जलाते रहेंगे, तो एक दिन यह अंधकार खत्म हो जाएगा।
तूफ़ान का मतलब
• कविता में “तूफ़ान” का मतलब जीवन की मुश्किलें और चुनौतियाँ हैं।
• तूफ़ान हमारे दीयों (उम्मीद) को बुझाने की कोशिश करता है, लेकिन हमें उसे बुझने नहीं देना चाहिए।
अंधकार से डरना नहीं चाहिए
• कवि हमें सिखाता है कि अंधकार (मुश्किलें) से डरना नहीं चाहिए।
• जब भी जीवन में कठिन समय आए, हमें अपने अंदर की रोशनी (उम्मीद) को बनाए रखना चाहिए।
तूफ़ान से लड़ने की प्रेरणा
• तूफ़ान जीवन की बड़ी-बड़ी समस्याओं का प्रतीक है।
• हमें सिखाया गया है कि चाहे कितनी भी बड़ी परेशानी आए, हमें हार नहीं माननी चाहिए और दीये जलाए रखने चाहिए।
छोटे प्रयासों की बड़ी भूमिका
• कविता में बताया गया है कि एक छोटा सा दीया भी बहुत बड़ा असर कर सकता है।
• इसी तरह, हमारे छोटे-छोटे प्रयास भी जीवन में बड़ा बदलाव ला सकते हैं।
हर दीये की अपनी अहमियत
• कविता में यह बताया गया है कि हर दीया, चाहे कितना भी छोटा हो, महत्वपूर्ण है।
• हर दीया जीवन के अंधकार को थोड़ा-थोड़ा करके मिटाता है।
निरंतरता का महत्व
• कवि हमें यह भी सिखाता है कि हमें अपने प्रयासों में निरंतरता बनाए रखनी चाहिए।
• दीये जलाते रहना, यानी लगातार कोशिश करते रहना, हमें सफलता दिलाएगा।
कविता का संदेश
• कविता का मुख्य संदेश यह है कि चाहे जीवन में कितनी भी मुश्किलें आएं, हमें अपनी उम्मीद और हिम्मत को कभी खत्म नहीं होने देना चाहिए।
• हमें लगातार कोशिश करते रहना चाहिए, क्योंकि एक दिन हमारी मेहनत से सारी परेशानियाँ खत्म हो जाएँगी।
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Answer
कविता को लिखा गया है प्रसिद्ध कवि द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी द्वारा। बाल साहित्य के चर्चित रचनाकारों में द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। उन्होंने बच्चों के लिए बहुत-सी रचनाएँ लिखी हैं। उनके द्वारा लिखित ‘हम सब सुमन एक उपवन के’ जैसे गीत आज भी बहुत लोकप्रिय हैं।