एवरेस्ट : मेरी शिखर यात्रा

NCERT Solutions for Chapter 2 एवरेस्ट : मेरी शिखर यात्रा Class 9 Sparsh

Book Solutions

1

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
अग्रिम दल का नेतृत्व कौन कर रहा था?

Answer

अग्रिम दल का नेतृत्व प्रेमचंद कर रहा था।
मौखिक Page Number 24

2

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
लेखिका को सागरमाथा नाम क्यों अच्छा लगा?

Answer

लेखिका को सागरमाथा नाम अच्छा लगा क्योंकि सागर के पैर नदियाँ हैं तो सबसे ऊँची चोटी उसका माथा है और यह एक फूल की तरह दिखाई देता हैजैसे माथा हो।

मौखिक Page Number 24

3

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
लेखिका को ध्वज जैसा क्या लगा?

Answer

लेखिका को एक बड़े भारी बर्फ़ का बड़ा फूल (प्लूम) पर्वत शिखर पर लहराता हुआ ध्वज जैसा लगा।
मौखिक Page Number 24

4

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
हिमस्खलन से कितने लोगो की मृत्यु हुई और कितने लोग घायल हुए?

Answer

हिमस्खलन से एक की मृत्यु हुई और चार लोग घायल हुए।
मौखिक Page Number 24

5

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
मृत्यु के अवसाद देखकर कर्नल खुल्लर ने क्या कहा?

Answer

मृत्यु के अवसाद को देखकर कर्नल खुल्लर ने कहा कि एवरेस्ट जैसे महान अभियान में खतरों को और कभी-कभी तो मृत्यु भी आदमी को सहज भाव से स्वीकार करना चाहिए।
मौखिक Page Number 24

6

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
सहायक की मृत्यु कैसे हुई?

Answer

जलवायु अनुकूल न होने के कारण रसोई सहायक की मृत्यु हुई।
मौखिक Page Number 24

7

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
कैंप- चार कहाँ और कब लगाया गया?

Answer

कैंप-चार 29 अप्रैल, 1984 को 7900 मीटर पर साउथ कोल में लगाया गया था।
मौखिक Page Number 24

8

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
लेखिका ने शेरपा कुली को अपना परिचय किस तरह दिया?

Answer

लेखिका ने शेरपा कुली को अपना परिचय यह कह कर दिया कि वह बिल्कुल ही नौसिखिया है और एवरेस्ट उसका पहला अभियान है।
मौखिक Page Number 24

9

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
लेखिका की सफलता पर कर्नल खुल्लर ने उसे किन शब्दों में बधाई दी?

Answer

लेखिका की सफलता पर बधाई देते हुए कर्नल खुल्लर ने कहा, "मैं तुम्हारी इस अनूठी उपलब्धि के लिए तुम्हारे माता-पिता को बधाई देना चाहूँगा देश को तुम पर गर्व है और अब तुम ऐसे संसार में जाओगी जो तुम्हारे अपने पीछे छोड़े हुए संसार से एकदम भिन्न होगा। "
मौखिक Page Number 24

(क)1

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30) शब्दों में लिखिए-
नजदीक से एवेरेस्ट को देखकर लेखिका को कैसा लगा?

Answer

नजदीक से एवरेस्ट को देखकर लेखिका भौंचक्की रही गई। वह एवरेस्ट ल्होत्से और नुत्से की ऊँचाइयों से घिरी बर्फ़ीली ढेढ़ी-मेढ़ी नदी को निहारती रही।
लिखित Page Number 24

(क)2

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30) शब्दों में लिखिए-
डॉ मीनू मेहता ने क्या जानकारियां दीं?

Answer

डॉ मीनू मेहता अल्मुनियम सीढ़ियों से अस्थाई पुलों का निर्माण, लट्ठों और रस्सियों का उपयोग, बर्फ की आड़ी -तिरछी दीवारों पर रस्सियों को बाँधना और अग्रिम दाल के अभियांत्रिक कार्यो के बारे में जानकारी दी।
लिखित Page Number 24

(क)3

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30) शब्दों में लिखिए-
तेनजिंग ने लेखिका की तारीफ़ में क्या कहा?

Answer

तेनजिंग ने लेखिका की तारीफ़ में कहा कि वह एक पर्वतीय लड़की है। उसे तो शिखर पर पहले ही प्रयास में पहुँच जाना चाहिए।
लिखित Page Number 24

(क)4

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30) शब्दों में लिखिए-
लेखिका को किनके साथ चढ़ाई करनी थी?

Answer

लेखिका को अपने दल तथा जय और मीनू के साथ चढ़ाई करनी थी। परन्तु वे लोग पीछे रह गए थे। उनके पास भारी बोझ था और वे बिना ऑक्सीजन के आ रहे थे। इस कारण उनकी गति कम हो गई थी। उनकी स्थिति देखकर लेखिका चिंतित थी।
लिखित Page Number 24

(क)5

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30) शब्दों में लिखिए-
लोपसांग ने तंबू का रास्ता कैसे साफ़ किया?

Answer

लोपसांगने अपनी स्विस छुरी की सहायता से तंबू का रास्ता साफ़ किया क्योंकि तंबू के रास्ते एक बड़ा बर्फ़ पिंड गिरने से हिमपुंज बन गया था और इससे कैंप नष्ट हो गया था, लेखिका भी उसमें दब गई थीं। इसलिए लोपसांग ने छुरी से बर्फ़ काटकर लेखिका को बाहर निकाला।
लिखित Page Number 24

(क)6

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30) शब्दों में लिखिए-
साउथ कोल कैंप पहुँचकर लेखिका ने अगले दिन की महत्त्वपूर्ण चढ़ाई की तैयारी कैसे शुरु की?

Answer

साउथ कोल कैंप पहुँचकर लेखिका ने अगले दिन की महत्त्वपूर्ण चढ़ाई की तैयारी करने के लिए खाना, कुकिंग गैस, कुछ ऑक्सीजन सिलिंडर इकट्ठे किए, दूसरे सदस्यों की मदद के लिए, थरमसों को जूस व गरम चाय से भरने के लिए नीचे जाने का निश्चय किया।
लिखित Page Number 24

(ख)1

निम्नलिखित प्रश्नो का उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
उपनेता प्रेमचंद ने किन स्थितियों से अवगत कराया?

Answer

उपनेता प्रेमचंद ने अभियान दल के सदस्यों को पहली बड़ी बाधा खुंभु हिमपात की स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने यह भी बताया कि उनके दल ने कैंप-एक (6000 मीटर),जो हिमपात के ठीक ऊपर है, वहाँ तक का रास्ता साफ़ कर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि पुल बना दिया गया है, रस्सियाँ बाँध दी गई हैं तथा झंडियों से रास्ते को चिह्नित कर दिया गया है। इसके साथ-साथ बड़ी कठिनाइयों का जायजा ले लिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि ग्लेशियर बर्फ़ की नदी है और बर्फ़ का गिरना जारी है। यदि हिमपात अधिक हो गया तो अभी तक किए गए सारे काम व्यर्थ हो सकते हैं।
लिखित Page Number 24

(ख)2

निम्नलिखित प्रश्नो का उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
हिमपात किस तरह होता है और उससे क्या-क्या परिवर्तन आते हैं?

Answer

बर्फ़ के खंडो का अव्यवस्थित ढंग से गिरने को हिमपात कहा जाता है। हिमपात बर्फ़ (ग्लेशियर) की नदी होती है। ग्लेशियर के बहने से अक्सर बर्फ़ में हलचल मच जाती है। इससे बर्फ़ की बड़ी-बड़ी च़ट्टाने तत्काल गिर जाया करती हैं। अन्य कारणों से भी अचानक खतरनाक स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इससे धरातल पर बड़ी चौड़ी दरारें पड़ जाती हैं।
लिखित Page Number 24

(ख)3

निम्नलिखित प्रश्नो का उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
लेखिका के तम्बू में गिरे बर्फ़ पिंड का वर्णन किस तरह किया गया?

Answer

लेखिका रात 12.30 बजे अपने तम्बू में गहरी नींद में सो रही थीं तभी एक सख्त चीज़ लेखिका के सिर के पिछले हिस्से से टकराई और वह जाग गई। एक लंबा बर्फ़ पिंड ल्होत्से ग्लेशियर से टूटकर कैंप के ऊपर आ गिरा था। उसमें अनेक हिमखंडो का पुंज था। वह अत्यंत तेज़ गति के साथ और गर्जना के साथ गिरा था। इसने लेखिका के कैंप को नष्ट कर दिया था। इससे चोट तो सभी को लगी पर मृत्यु किसी की भी नहीं हुई।
लिखित Page Number 24

(ख)4

निम्नलिखित प्रश्नो का उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
लेखिका को देखकर 'की' हक्का-बक्का क्यों रह गया?

Answer

लेखिका को देखकर 'की' हक्का बक्का रह गया क्योंकि इतनी बर्फ़ीली हवा में नीचे उतरना जोखिम भरा था फिर भी लेखिका सबके लिए चाय व जूस लेने नीचे उतर रही थी और उसे 'की' से भी मिलना था।
लिखित Page Number 24

(ख)5

निम्नलिखित प्रश्नो का उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
एवरेस्ट पर चढ़ने के लिए कितने कैंप बनाये गए? उनका वर्णन कीजिए।

Answer

एवरेस्ट पर चढ़ने के लिए कुल 6 कैंप बनाए गए थे।
1. बेस कैंप- यह मुख्य कैंप था।
2. कैंप-1 −यह कैंप 6000 मीटर की ऊँचाई पर बनाया गया। यह हिमपात के ठीक ऊपर था। इसमें सामान जमा था।
3. कैंप-2 −यह चढ़ाई के रास्ते में था।
4. कैंप-3 −इसे ल्होत्से की बर्फ़ीली सीधी ढ़लान पर लगाया गया था। यह रंगीन नायलॉन से बना था। यहीं ल्होत्से ग्लेशियर से टूटकर बर्फ़ पिंड कैंप पर आ गिरा था।
5. कैंप-4 −यह समुद्र तट से 7900 मीटर की ऊँचाई पर था। साउथ कोल स्थान पर लगने के कारण साउथ कोल कैंप कहलाया।
6. शिखर कैंप − यह अंतिम कैंप था। यह एवरेस्ट के ठीक नीचे स्थित था।
लिखित Page Number 24

(ख)6

निम्नलिखित प्रश्नो का उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
चढ़ाई के समय एवरेस्ट की चोटी की स्थिति कैसी थी?

Answer

जब लेखिका एवरेस्ट की चोटी पर पहुँची तब वहाँ तेज़ हवा के कारण बर्फ़ उड़ रही थी। एवरेस्ट की चोटी शंकु के आकार की थी। वहाँ इतनी भी जगह नहीं थी कि दो व्यक्ति एक साथ खड़े हो सकें। चारों ओर हज़ारों मीटर लंबी सीधी ढलान थी। लेखिका के सामने सुरक्षा का प्रश्न था। वहाँ फावड़े से बर्फ़ की खुदाई की गई ताकि स्वयं को सुरक्षित कर स्थिर किया जा सके।
लिखित Page Number 25

(ख)7

निम्नलिखित प्रश्नो का उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
सम्मिलित अभियान में सहयोग एवं सहायता की भावना का परिचय बचेंद्री के किस कार्य से मिलता है।

Answer

जब बचेंद्री अपने दल के सदस्यों के साथ साउथकोल कैंप पहुँची तो केवल वह अपने लिए नहीं सोच रही थी बल्कि अपने दल के प्रत्येक सदस्य के लिए सोच रही थी। लेखिका ने अपने साथियों के लिए जूस और चाय लेने के लिए तेज़ बर्फ़ीली हवा में भी नीचे उतरकर जोखिम भरा काम किया। इस व्यवहार से कार्य में उसके सहयोग और सहायता की भावना का परिचय मिलता है।
लिखित Page Number 25

(ग)1

निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए  -
एवरेस्ट जैसे महान अभियान में खतरों को और कभी-कभी तो मृत्यु भी आदमी को सहज भाव से स्वीकार करनी चाहिए।

Answer

यह कथन अभियान दल के नेता कर्नल खुल्लर का है। इन शब्दों का उल्लेख उन्होंने शेरपा कुली की मृत्यु के समाचार के बाद कहा था। उन्होंने सदस्यों के उत्साहवर्धन करते हुए अभियान के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं को वास्तविकता से परिचित करना चाहा। एवरेस्ट की चढ़ाई कोई आसान काम नहीं है, यह जोखिम भरा अभियान होता है। यहाँ इतने खतरे हैं कि कभी कभी मृत्यु भी हो सकती है। इसके लिए तैयार रहना चाहिए विचलित नहीं होना चाहिए।
लिखित Page Number 25

(ग)2

निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए  -
सीधे धरातल पर दरार पड़ने का विचार और इस दरार का गहरे-चौड़े हिम-विदर में बदल जाने का मात्र खयाल ही बहुत डरावना था। इससे भी ज़्यादा भयानक इस बात की जानकारी थी कि हमारे संपूर्ण प्रयास के दौरान हिमपात लगभग एक दर्जन आरोहियों और कुलियों को प्रतिदिन छूता रहेगा।

Answer

इस कथन का आशय है कि हिमपात के कारण बर्फ़ के खंडो के दबाव से कई बार धरती के धरातल पर दरार पड़ जाती है। यह दरार गहरी और चौड़ी होती चली जाती है और हिम विदर में बदल जाती है यह बहुत खतरनाक होते हैं और भी ज़्यादा खतरनाक बात तब होती है जब पता रहे कि पूरे प्रयासों के बाद यह भयंकर हिमपात पर्वतारोहियों व कुलियों को परेशान करता रहेगा ।
लिखित Page Number 25

(ग)3

निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए  -
बिना उठे ही मैंने अपने थैले से दुर्गा माँ का चित्र और हनुमान चालीसा निकाला। मैंने इनको अपने साथ लाए लाल कपड़े में लपेटा, छोटी-सी पूजा-अर्चना की और इनको बर्फ़ में दबा दिया। आनंद के इस क्षण में मुझे अपने माता-पिता का ध्यान आया।

Answer

लेखिका एवरेस्ट की चोटी पर पहुँचकर घुटनों के बल बैठ कर बर्फ़ पर अपना माथा लगाया और चुंबन किया। उसके बाद एक लाल कपड़े में माँ दुर्गा का चित्र और हनुमान चालीसा को लपेटा और छोटी से पूजा करके बर्फ़ में दबा दिया। इस रोमांचक यात्रा के सफलता पर वह बहुत खुश थी और सुख के क्षणों में उसने अपने माता पिता को याद किया।
लिखित Page Number 25

1

इस पाठ में प्रयुक्त निम्नलिखित शब्दों की व्याख्या पाठ का संदर्भ देकर कीजिए −
निहारा है, धसकना, खिसकना, सागरमाथा, जायज़ा लेना, नौसिखिया

Answer

1. निहारा है − यह पाठ एवरेस्ट की चोटी को बचेंद्री पाल ने निहारा है।
2. धसकना-खिसकना − ये दोनों शब्द हिम-खंडो के गिरने के संदर्भ में आए हैं।
3. सागरमाथा − नेपाली एवरेस्ट चोटी को सागरमाथा कहते हैं।
4. जायज़ा लेना − यह शब्द प्रेमचंद ने कैंप के परीक्षण निरीक्षण कर स्थिति के बारे में प्रयुक्त हुआ है।
5. नौसिखिया − बचेंद्री पाल ने तेनजिंग को अपना परिचय देते हुए यह शब्द प्रयुक्त किया है।
भाषा अध्ययन Page Number 25

2

निम्नलिखित पंक्तियों में उचित विराम चिह्नों का प्रयोग कीजिए −
(क) उन्होंने कहा तुम एक पक्की पर्वतीय लड़की लगती हो तुम्हें तो शिखर पर पहले ही प्रयास में पहुँच जाना चाहिए
(ख) क्या तुम भयभीत थीं
(ग) तुमने इतनी बड़ी जोखिम क्यों ली बचेंद्री

Answer

(क) उन्होंने कहा "तुम एक पक्की पर्वतीय लड़की लगती हो तुम्हें तो शिखर पर पहले ही प्रयास में पहुँच जाना चाहिए"।
(ख) क्या तुम भयभीत थीं?
(ग) तुमने इतनी बड़ी जोखिम क्यों ली, बचेंद्री?
भाषा अध्ययन Page Number 25

3

नीचे दिए उदाहरण के अनुसार निम्नलिखित शब्द-युग्मों का वाक्य में प्रयोग कीजिए −
उदाहरण : हमारे पास एक वॉकी-टॉकी था।
टेढ़ी-मेढ़ी
गहरे-चौड़े
आस-पास
हक्का-बक्का
इधर-उधर
लंबे-चौड़े

Answer

टेढ़ी-मेढ़ी − यह पगडंडी बहुत टेढ़ी-मेढ़ी है।
गहरे-चौड़े − वहाँ गहरे-चौड़े गड्ढे थे।
आस-पास − गाँव के आस-पास खेत हैं।
हक्का-बक्का −उसको वहाँ देखकर मैं हक्का-बक्का रह गया।
इधर-उधर − इधर-उधर की बातें करना बंद करो।
लंबे-चौड़े − यहाँ बहुत लंबे-चौड़े मैदान हैं।
भाषा अध्ययन Page Number 25

4

उदाहरण के अनुसार विलोम शब्द बनाइए −
उदाहरण : अनुकूल − प्रतिकूल

नियमित −

...................

आरोही 

...................

सुंदर 

...................

विख्यात 

...................

निश्चित 

...................

Answer

नियमित 

अनियमित

आरोही 

अवरोही

सुंदर 

असुंदर

विख्यात 

अविख्यात

निश्चित 

अनिश्चित

भाषा अध्ययन Page Number 26

5

निम्नलिखित शब्दों में उपयुक्त उपसर्ग लगाइए −
जैसे : पुत्र − सुपुत्र
वास व्यवस्थित कूल गति रोहण रक्षित

Answer

वास 

प्रवास

व्यवस्थित         

अव्यवस्थित

कूल 

प्रतिकूल

गति 

प्रगति

रोहण 

आरोहण

रक्षित 

आरक्षित

भाषा अध्ययन Page Number 26

6

निम्नलिखित क्रिया विशेषणों का उचित प्रयोग करते हुए रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए −
अगले दिन, कम समय में, कुछ देर बाद, सुबह तक
(क) मैं .............. यह कार्य कर लूँगा।
(ख) बादल घिरने के .............. ही वर्षा हो गई।
(ग) उसने बहुत ............... इतनी तरक्की कर ली।
(घ) नाङकेसा को .............. गाँव जाना था।

Answer

(क) मैं अगले दिन यह कार्य कर लूँगा।
(ख) बादल घिरने के कुछ देर बाद ही वर्षा हो गई।
(ग) उसने बहुत कम समय में इतनी तरक्की कर ली।
(घ) नाङकेसा को सुबह तक गाँव जाना था।
भाषा अध्ययन Page Number 26